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नियासिन के लाभ और साइड इफेक्ट

बॉडीबिल्डिंग में सप्लीमेंट्स की गिनती लगातार बढ़ती जा रही है। इन दिनों niacin को लेकर काफी चर्चा हो रही है, इसे कुछ लोग नाइसिन तो कुछ लोग नियासिन भी कहते हैं। नियासिन को आम भाषा में विटामिन B3 के नाम से जाना जाता है। वैसे तो इस दवा को आमतौर पर कंपटीशन या फोटोशूट से चंद दिनों पहले या चंद घंटों पहले लिया जाता है, मगर इसे बनाने वाली कंपनियां इसे रेगुलर यूज करने की सलाह दे रही हैं और तो और ये भी कहा जाता है ये एक अच्छा प्री वर्कआउट है। इसकी खासियत है बॉडी को Vascularity देना। इस लेख में नियासिन के हर पहलू की जानकारी दी रहे हैं।

1 नियासिन क्या है।
2 बॉडी बिल्डिंग में इसका क्या यूज है।
3 नियासिन के लाभ क्या हैं।
4 नियासिन के साइड इफेक्ट क्या हैं।
5 क्या होता है फ्लश इफेक्ट।
6 नियासिन की डोज।

1 नियासिन क्या है

नियासिन को आम भाषा में विटामिन B3 के नाम से जाना जाता है। इस विटामिन की भी कई फॉर्म हैं, जिनमें से एक होता है नियासिन। यह एक ऑर्गनिक कंपाउंड है जो बीन्स, अंडे, दूध, मीट खासतौर पर चिकन ब्रेस्ट और हरी सब्‍जियों वगैरा में पाया जाता है। यह विटामिन एक सपलीमेंट के तौर पर भी मिल जाता है। विटामिन B3 एक हेल्दी डीएनए को सपोर्ट करने के लिए जरूरी होता है। हालांकि इनमें भी केवल नियासिन में कॉलेस्ट्रॉल के पैरामीटर को बदलने की ताकत होती है।

विटामिन बी3 खासतौर पर HDL कॉलेस्ट्रॉल को बूस्ट करने और LDL कॉलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करता है। इस विटामिन से आपका नर्वस सिस्टम ठीक से काम करता है। ये प्रोटीन और फैट को एनर्जी में तब्दील करने में भी रोल अदा करता है और लिवर, आंखों, बाल और स्किन के लिए जरूरी होता है।

2 बॉडी बिल्डिंग में इसका क्या यूज है

बॉडीबिल्डिंग में नियासिन का लंबे टाइम से यूज हो रहा है। यह शॉर्ट टर्म रिजल्ट लाने के लिए ज्यादा पॉपुलर है। हालांकि यह लॉन्‍ग्‍ा टर्म में भी रिजल्‍ट देता है। शॉर्ट टर्म में यह कंपटीशन वगैरा से पहले बॉडी की नसें चमकाने का काम करता है और लॉन्ग टर्म यूज में फैट फ्री मसल्स डेवलप करने में मदद करता है। हालांकि लॉन्ग टर्म का मतलब तीन महीने ही होता है। इसे हम आगे एक्सप्लेन करेंगे।

3 नियासिन के लाभ क्या हैं

मसल्स ग्रोथ – नियासिन को मसल्स ग्रोथ का विटामिन भी कहा जाता है। इसके लॉन्‍ग टर्म यूज से ग्रोथ हार्मोन का प्रोडक्शन बढ़ता है। ये तो जाहिर ही है कि मसल्स और स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए ग्रोथ हार्मोन जिम्मेदार होते हैं। वैसे तो बॉडी बिल्डर जब कसरत करते हैं तो ग्रोथ हार्मोन रिलीज होते हैं मगर कहा जाता है कि इसके साथ जब niacin flush भी जुड़ जाता है तो और अच्छे रिजल्ट आते हैं। इसके लिए कसरत से एक घंटे पहले और कसरत के तीन घंटे बाद नियासिन की बराबर डोज ली जाती है। हालांकि यहां पर हम ये भी क्लियर कर देते हैं कि ग्रोथ हार्मोन बढ़ाने के लिए मकसद से नियासिन लेना फायदे का सौदा नहीं है।

इन दिनों niacin को लेकर काफी चर्चा हो रही है, इसे कुछ लोग नाइसिन तो कुछ लोग नियासिन भी कहते हैं। नियासिन को आम भाषा में विटामिन B3 के नाम से जाना जाता है।
नियासिन को मसल्स ग्रोथ का विटामिन भी कहा जाता है।

एनर्जी – इसे प्री वर्कआउट सपलीमेंट की कैटेगरी में भी डाला जा सकता है। इसकी वजह ये है कि नियासिन लेने के चलते बॉडी में एनर्जी लेवल बढ़ जाता है। इससे कसरत करने की कैपेसिटी में इजाफा हो जाता है। यह कार्बोहाइड्रेट को एनर्जी में बदलने में बॉडी की मदद करता है। कहा जाता है कि जिन बॉडी बिल्डर की बॉडी में कॉलेस्‍ट्रॉल का लेवल हाई रहता है उनके लिए भी ये सपलीमेंट ठीक है।

डाइजेशन – कहा जाता है कि नियासिन खाना हजम करने की ताकत को भी बढ़ाता है। जहां तक बॉडी बिल्डरों का सवाल है तो उन्हें काफी कुछ और काफी क्वांटिटी में खाना होता है। बेस्वाद खाना तो उनकी किस्‍मत का हिस्‍सा है। इसके अलावा इतना प्रोटीन वगैरा लेने से कई बार डाइजेशन से जुड़ी परेशानियां सामने आने लगती हैं। यह विटामिन डाइजेस्टिव सिस्टम को नॉर्मल रखने में मदद करता है। यह भूख भी बढ़ाता है। यह भी एक वजह है जिसके चलते बॉडी बिल्डर नाइसिन को यूज करते हैं। असल बात ये है कि यह डाइजेशन को मेनटेन नहीं करना बल्‍कि भूख बढ़ाता है क्योंकि एनर्जी जनरेशन ज्यादा हो जाता है।

4 नाइसिन के साइड इफेक्ट

– चेहरे का खिंचाव
– खुजली
– ब्लड शुगर का बढ़ना
– हार्मोनल बदलाव
– लिवर को नुकसान
– पेट में गैस होना
– वजन कम होना
– जी मिचलाना

5 क्या होता है फ्लश इफेक्ट

नियासिन बॉडीबिल्डिंग में तब काम आती है जब कोई उसकी ओवरडोज लेता है। इसे ही नियासिन फ्लश कहते हैं। वैसे तो इसका सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप ऐसे फूड खाएं, जिनमें नियासिन ज्यादा होता है। मगर आप और हम जानते हैं कि एडवांस लेवल पर जिम कर रहे लोग आमतौर पर दवाओं से परहेज नहीं करते।

नियासिन की डोज लेने से बहुत कम टाइम में ब्लड फ्लो बढ़ने लगता है। खासतौर पर ऐसे बॉडी पार्ट में ज्यादा ब्लड फ्लो होने लगता है, जिसको आप ट्रेन कर रहे होते हैं। नसें फूलने लगती हैं और बॉडी में पहले के मुकाबले Vascularity काफी बढ़ जाती है। यही वजह है कि लोग किसी फोटोशूट से पहले या मुकाबले से पहले इसकी डोज लेते हैं।

 

6 नाइसिन की डोज

बॉडीबिल्डिंग में इसकी डोज 50 एमजी से 500 एमजी तक चली जाती है। हालांकि यह दवा का मिसयूज ही है क्योंकि एक आम शख्‍स के लिए 15 एमजी नियासिन रोज काफी है जो हमें खाने पीने से मिल ही जाता है। हाई डोज लंबे समय के लिए नहीं होती वो शॉर्ट टर्म के लिए होती है और जो लोग रेगुलर कसरत करते हुए इसे लॉन्ग टर्म में यूज करते हैं वो 150 एमजी के आसपास की डोज चलाते हैं। वैसे 150 एमजी से ऊपर के यूज पर ही नियासिन फ्लश का इफेक्ट आमतौर पर नजर आता है। बॉडी में नियासिन की डोज ज्यादा हो जाने पर जो कंडीशन पैदा होती है उसे नियासिन फ्लश कहते हैं। यानी आपकी बॉडी में ब्‍लड फ्लो का बढ़ाना और आपकी नसें चमकना।

 

Bottom line

नियासिन एक अच्छा सपलीमेंट है मगर अभी तक जो स्टडी हुई हैं उनके मुताबिक, इसे बहुत लंबे टाइम के लिए इस्‍तेमाल करना ठीक नहीं है और इसकी जरूरत भी नहीं। किसी शॉर्ट टर्म मकसद को पाने, फोटोशूट से पहले या कटिंग पीरियड में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है बाकी टाइम इसे एक सपलीमेंट के तौर पर लेते रहना ठीक नहीं है।

ये आपके बॉडी सिस्टम पर गैर जरूरी बोझ डालता है। बॉडी बिल्डिंग एक्सपर्ट कहते हैं कि किसी भी बॉडी बिल्डर को 1 ग्राम से ज्यादा डोज लंबे समय के लिए नहीं लेनी चाहिए। इस तरह से हम कुल मिलाकर देखें तो niacin एक ऐसा प्रोडक्ट है जो आपको वस्कुलैरिटी देता है, मगर इसका यूज बहुत लंबे टाइम के लिए करना ठीक नहीं है। आप कटिंग पीरियड यानी दो से तीन महीने के दौरान इसे चला सकते हैं। या फिर हाई डोज लेकर फोटोरशूट करवा सकते हैं। यह प्रोडक्ट ऐसे लोगों के लिए ठीक है जो लंबे समय से जिम के मंझे हुए खिलाड़ी हैं, जिनका बदल गठीला है या जो कटिंग पीरियड पर हैं। मोटे लोग अगर इस इरादे से नियासिन लेने की सोचें कि इससे वह फैट लॉस करेंगे और बदन की नसें दिखने लगेंगी तो उनका यह फैसला बहुत सही नहीं होगा।

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