Breaking News

क्रिएटिन क्या होता है किस काम आता है ये पाउडर

अगर आप जिम जाते हैं तो आज नहीं तो कल आपको कोई न कोई क्रिएटिन (creatine) लेने की सलाह जरूर देगा। बॉडी बिल्डिंग के सबसे पॉपुलर सपलीमेंट्स में एक है क्रिएटिन। मोटे तौर पर कहें तो क्रेटीन (creatine) में मसल्स में जमा होने वाली एक ऐसी चीज है जो एनर्जी की तरह इस्तेमाल होती है। लंबे समय तक मेहनत करने के लिए जिस एनर्जी की जरूरत होती है उसे पैदा करने में ये अपना रोल अदा करता है। अगर मसल्‍स में इसकी मात्रा कम हो जाए तो वह जल्दी थकना शुरू कर देता है।

What is creatine – क्या होता है क्रिएटिन

क्रिएटिन (creatine) अथवा क्रेटीन उस कैमिकल से बनाया जाता है जो हमारी बॉडी में नेचुरली पाया जाता है। ये मीट और मछली में भी होता है। सबसे ज्यादा क्रेटीन हमारी मसल्स में जमा रहता है। ये एनर्जी देने के काम आता है और मसल्स की ग्रोथ में भी इसका रोल रहता है। बॉडी बिल्डिंग के टॉप 10 सपलीमेंट में इसकी गिनती होती है। व्हे प्रोटीन, ग्लूटामिन और बीसीएए की तरह यह भी एक पॉपुलर सपलीमेंट है। शाकाहारियों को यह ज्यादा सूट करता है क्योंकि जो लोग नॉन वेज खाते हैं उन्हें अपनी जरूरत भर का क्रेटीन वैसे ही मिल जाता है।

जब भी क्रिएटिन Creatine लेने की बात उठती है तो सबसे पहले मन में यही सवाल उठता है कि आखिर क्रिएटिन या क्रेटीन क्‍या होता है। Creatine kya hota hai.
क्रिएटिन (creatine) अथवा क्रेटीन उस कैमिकल से बनाया जाता है जो हमारी बॉडी में नेचुरली पाया जाता है।

Functions – क्या काम करता है

क्रेटीन पीने से मसल्स की सहने की क्षमता बढती है। यूं कहे कि इससे स्ट्रेंथ और ताकत दोनों में इजाफा होता है। इससे मसल्स भरे भरे दिखते और महसूस होते हैं। इसकी वजह यह है कि यह मसल्‍स में पानी को थाम लेता है। इससे साइज बढाने में मदद मिलती है क्‍योंकि दिमाग को यह सिग्नल जाता है कि मसल्स बडे हो गए हैं और उनकी भूख बढ गई है। फिर आपके शरीर के सेल्स जरूरी चीजों को जुटाकर वहां पहुंचाने लगते हैं।

Related – ग्लूटामाइन के बारे में सब जानें 

क्या ये साइज बढ़ाने में मदद करता है

प्रोटीन को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने की क्षमता भी बढ जाती है। हालांकि क्रेटीन (creatine) खुद साइज नहीं बढाता। ये साइज बढाने में मदद करता है। जब आप क्रेटीन लेना बंद करेंगे तो आपके मसल्स से पानी निकल जाएगा और उसका साइज वो रह जाएगा जो आपने ट्रेनिंग और खाने से बनाया है। आपका वजन भी कम हो सकता है। ये उस पानी का वजन होगा जो क्रेटीन ने आपके मसल्‍स में जमा कर दिया था।

किसे नहीं लेना चाहिए

जिन लोगों को लीवर और किडनी में दिक्कत हो उन्हें यह नहीं लेना चाहिए। 18 साल से कम उम्र के लोगों और गर्भवती महिलाओं या जो माएं बच्चों को दूध पिला रही हों उनको भी क्रेटीन नहीं लेना चाहिए। इसके अलावा अगर आप कोई ऐसी दवा ले रहे हैं, जिससे आपके शुगर लेवल पर कोई असर पडता है तो भी इसे न लें क्योंकि क्रेटीन शुगर लेवल पर असर डालता है, डायबटीज के रोगी भी क्रेटीन न लें।

क्रिएटिन के साइड इफेक्ट

वैसे तो अभी तक कोई ऐसा शोध सामने नहीं आया है, जो ये बताए कि आगे चलकर वो क्‍या नुकसान दे रहा है। एक बात और बताऊं कि सप्लीमेंट को बाजार में उतारने से पहले जो उसकी जांच की जाती है वो उस हिसाब से नहीं होती जैसे दवा की होती है। इसके पैमाने जरा ढीले होते हैं। तो अगर किसी चीज को एफडीए ने पास कर दिया है तो इसका मतलब ये नहीं कि उससे कोई नुकसान नहीं होने वाला। एफडीए अमेरिका की वो एजेंसी है, जो इन्‍हें पास करती है।

• शरीर में पानी ज्यादा जमा हो जाना
• बुखार, सिरदर्द और थकान
• डायरिया, किडनी और लीवर पर असर
• सांस लेने में दिक्कत
• वजन बढना और पेट खराब होना अक्सर ये दिक्कतें जरूरत से ज्यादा डोज लेने से आती हैं।

Creatine loading – क्रिएटिन की लोडिंग

क्रेटीन शुरू करने से पहले उसकी लोडिंग की जाती है। लोडिंग करने का सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि सपलीमेंट रिजल्ट जल्दी दिखाने लगता है। ऐसा नहीं कि लोडिंग कर लेने से इसकी परफॉर्मेंस बढ़ जायेगी परफॉर्म तो ये उतना ही करेगा मगर जल्दी काम करना शुरू कर देगा। वैसे अगर आप क्रेटीन ले रहे हैं तो लोडिंग कर लेनी चाहिए। आमतौर पर इसकी लोडिंग डोज 10 से 20 ग्राम के बीच होती है। यह पांच से सात दिन तक चलती है। इसके बाद आपका काम करीब 5 से 10 ग्राम की डेली डोज में चल जाएगा।

क्रिएटिन कब और कितने दिन लेना चाहिए

वैसे तो आप इसे दिन में किसी भी टाइम ले सकते हैं मगर प्रोफेशनल बॉडी बिल्डर कहते हैं कि इसे लेने का सबसे सही टाइम कसरत से पहले और बाद में होता है। आपकी जितनी भी डोज है आप उसे दो हिस्सों में बांट कर ले सकते हैं। क्रेटीन के बारे में सब जानें में आपको इसके फायदों की पूरी जानकारी मिल जायेगी।
डेढ़ से तीन महीने तक क्रिएटिन का यूज करने के बाद इसे कम से कम एक महीने के लिये बंद कर देना चाहिए। इस पर कोई वैज्ञानिक रिसर्च नहीं हुई है मगर प्रोफेशनल लोग कुछ ऐसी ही सलाह देते हैं। हमने आपको क्रिएटिन सपलीमेंट के 6 साइड इफेक्ट की विस्तार से जानकारी दे दी है अब यह फैसला आपको करना है कि आपको इसे यूज करना है या नहीं।

Bottom line
क्रिएटिन कोई वरदान नहीं है। अच्छा खाने पीने वाले लोग इसके बिना भी काम चला सकते हैं। नॉन वेज खाने वालों को यह बडी आसानी से हासिल हो जाता है। इसलिए सप्लीमेंट के तौर पर वेजीटीरियन लोगों पर यह ज्यादा काम करता है। आमतौर पर कोई स्वस्थ आदमी क्रेटीन का इस्तेमाल कर सकता है।

अगर क्रेटीन ले रहे हैं तो ढेर सारा पानी जरूर पीना क्योंकि मसल्स में पानी को रोक लेता है। इसे वाटर रिटेंशन कहते हैं। आपकी किडनी पर असर न पडे इसके लिए जरूरी है कि आप आम दिनों के मुबाकले ज्यादा पानी पिएं। डिब्बे पर यह लिखा होता है कि क्रेटीन का इस्तेमाल कैसे करना है। कम लेंगे चलेगा मगर ज्यादा डोज न लें।

Check Also

बाइसेप्स 16 इंच का कैसे बनाऊं

जिम, वर्कआउट, डाइट और वेट लॉस या वेट गेन को लेकर पूछे गए आपके सवालों …

Leave a Reply