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बीसीएए क्या होता है और किस काम आता है ये पाउडर

बॉडी बिल्डिंग में बीसीएए (BCAA) का यूज लंबे समय से हो रहा है। प्रोफेशनल बॉडी बिल्डर करें ना करें मगर नए लोग तो जिम जाने के दो महीने बाद ही इसे यूज करना शुरू कर देते हैं, बिना ये जाने कि बीसीएए क्या होता है और ये पाउडर आखिर किस काम आता है। एक सप्लीमेंट के तौर पर BCAA काफी फेमस है। आजकल ज्यादातर प्रोटीन पाउडर में अलग से इसका जिक्र होता है। यह प्रोडक्ट रिकवरी के लिए अच्छा माना जाता है और अगल आप अलग से इसे ले रहे हैं तो इसका एक फायदा ये हो जाता है कि प्रोटीन की डोज बढ़ाए बिना जरूरी अमीनो एसिड की सप्लाई बढ़ जाती है। इस लेख में हम आपको बीसीएए के बार में वो जानकारी देंगे, जिसकी बदौलत आप ये फैसला ले पाएं कि आपको इस सपलीमेंट का यूज करना चाहिए या नहीं।

What is BCAA – बीसीएए क्या है

बीसीएए का पूरा नाम है ब्रांच्ड चेन अमीनो एसिड (branched chain amino acid) है। इसमें तीन तरह के अमीनो एसिड शामिल होते हैं leucine, valine और isoleucine। ये तीनों एनॉबोलिक होते हैं। इन तीनों में भी leucine को मसल्स बनाने में सबसे ज्यादा काम का माना जाता है। इसीलिए आजकल कई प्रोटीन पाउडरों के डिब्बे पर लिखा होता है – ल्यूसाइन एनरिच्ड प्रोटीन यानी ल्यूसाइन से लबरेज प्रोटीन।

बीसीएए क्या काम करता है
यह बात सच है कि बीसीएए मसल्स बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये एनाबॉलिक होते हैं और स्टेरॉइड्स को छोड़कर इनके मुकाबले कोई और चीज इतनी एनाबॉलिक नहीं होती। अब सवाल ये उठता है कि बीसीएए आता कहां से है। सच्चाई ये है कि प्रोटीन वाले हर खाने में यह होता है।

अंडे, मीट, दालें, दूध और प्रोटीन के सभी स्रोतों में यह पाया जाता है। नॉन वेज मे इसकी मौजूदगी वेज के मुकाबले और ज्यादा होती है क्योंकि वैसे भी नॉन वेज में सभी आठ तरह के एमिनो एसिड पाए जाते हैं।
क्रेटीन और ग्लूटामिन की तरह यह सप्लीमेंट भी बेहद जरूरी सप्लीमेंट की गिनती मे नहीं आता। कंपनियों को अपना माल बेचना होता है इसलिए वो इनका जोर शोर से प्रचार करती हैं। अगर आपकी डाइट अच्छी है तो आपको वैसे ही बीसीएए मिल रहा है। आप जो प्रोटीन खाएंगे वह हजम होने के बाद अमीनो एसिड में टूटेगा और उन अमीनो एसिड में ये तीनों भी होंगे ही।

बीसीएए को आमतौर पर वर्कआउट के साथ लिया जाता है। हम आपको बताएंगे कि बीसीएए आखिर क्या है bcaa kya hota hai ताकि आप इसे लेने या नहीं लेने का फैसला ले पाएं।
अच्छी ट्रेनिंग करने वाले लोग 6 से 9 ग्राम तक बीसीएए ले सकते हैं।

बीसीएए के फायदे

ल्यूसाइन को इस्तेमाल करने के लिए बॉडी फैट का इस्तेमाल करती है। वेलाइन को इस्तेमाल करने के लिए कार्बोहाईड्रेट का इस्तेमाल होता है और आइसो ल्यूसाइन फैट व कार्बोहाइड्रेट दोनों के साथ टूटता है। ये तीनों ही मसल्स के भीतर खपते हैं इसलिए जब बॉडी को तुरंत एनर्जी चाहिए होती है तो ये एनर्जी के स्रोत के रूप में काम करते हैं।
हाल में हुई कुछ रिसर्च कहती हैं कि बीसीएए फैट कम करने में कुछ मदद करते हैं। हालांकि इस पर अभी और काम किया जाना बाकी है। इसका ये मतलब कतई नहीं है कि आप मक्कखन लगाकर छह पराठें खाएं और उम्मीद करें की बीसीएए फैट का काम तमाम कर देगा। मान लें आप फैट घटाने के सारे उपाय कर चुके हैं ऐसे में यह पाउडर थोड़ा और धक्का देता है।
बीसीएए को एक्सरसाइज से पहले, जिम करने के दौरान और कसरत के बाद लिया जा सकता है। इसकी डोज तीन से नौ ग्राम के बीच में होती है। नौ ग्राम हैवी वेट वाले और 3 ग्राम लीन मसल्स वाले लोग लेते हैं और तीन बार में तोड़कर लिया जाता है।

बीसीएए की डोज

वैसे तो 3 ग्राम बीसीएए भी ठीक से काम करता है। मगर अच्छी ट्रेनिंग करने वाले लोग 6 से 9 ग्राम तक बीसीएए ले सकते हैं। बेहतर होगा आप इसे प्री वर्कआउट शेक के साथ लें ताकि ट्रेनिंग के दौरान यह आपकी बॉडी में मौजूद रहे। आप अपनी डोज को दो हिस्सों में बांट कर भी ले सकते हैं। थोड़ा र्वकआउट से पहले थोड़ा वर्कआउट के दौरान।

साइड इफेक्ट

1 वर्कआउट में आपकी सहने की ताकत घट सकती है। इस स्टडी के बारे में हम पुख्ता तरीके से तो कुछ नहीं कह सकते मगर इसके मुताबिक चूहों को इसकी हाई डोज दी गई, जिसका नतीजा ये हुआ कि उनके मसल्स की सहन करने की ताकत कम हो गई।

2 थकान और कार्डिनेशन की कमी। वेब एमडी के मुताबिक, अपनी जरूरत से ज्यादा bcaa लेने के चलते बॉडी में थकान महसूस होने लगती है। आपकी माइंड और बॉडी का कॉर्डिनेशन भी थोड़ा सा डगमगा सकता है। इसलिए कहा जाता है कि अगर इसकी हाई डोज लेने के बाद ड्राइविंग करना या किसी मशीनरी को ऑपरेट करने का काम नहीं करना चाहिए।

3 ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इस तरह के अमीनो एसिड आसानी से ग्लूकोज में बदल सकते हैं। ऐसा होने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और अगर ऐसा लगातार होता रहा तो आप टाइप 2 डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं।

4 एक ही बार में जरूरत से ज्यादा bcaa लेने से अपच, पेट का फूलना, पेट में दर्द और ऐसे ही कुछ परेशानियां सामने आ सकती हैं। इसलिए कहा जाता है कि अगर आपकी डोज ज्यादा है तो उसे पूरे दिन में बांट लेना चाहिए।

5 कुछ लोगों की बॉडी अलग से बीसीएए को एक्सेप्ट नहीं करती। इसका यूज करने पर उन्हें पेट दर्द, उल्टी या डायरिया की शिकायत हो सकती है। अगर आपके साथ ऐसा हो तुरंत इसका यूज बंद कर दें।

बीसीएए का यूज न करें अगर

– आप बहुत रेगुलर शराब पीते हैं।
– अगर आपकी सर्जरी हुई है या होने जा रही है तो इसका यूज न करें ये ब्लड शुगर लेवल को अफेक्ट कर सकता है।
– ब्रेस्ट फीडिंग कर रही महिलाओं या प्रेग्नेंट महिलाओं को इससे परहेज करना चाहिए, क्योंकि अभी तक इस बारे में कोई ठोस स्टडी नहीं आई है कि इसका ऐसी कंडीशन में क्या असर पड़ सकता है।
– अगर आप कोई दवा ले रहे हैं तो इस बार डॉक्टर से बात करें क्योंकि कुछ दवाओं के साथ यह रिएक्ट कर सकता है। खासतौर पर अगर आप थाइराइड, डायबिटीज की दवा ले रहे हैं तो आपको बीसीएए से परहेज कर लेना चाहिए या डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए।
– किडनी, लिवर या दिल के मरीजों को भी बीसीएए से बचना चाहिए।

Bottom line 
पैसे आपके हैं फैसला आपको लेना है। सामान्य बॉडी बिल्डिंग कर रहे लोगों को इसकी जरूरत नहीं है। अगर आप उम्दा खा रहे हैं तो आपकी जरूरत वैसे ही पूरी हो रही है। वह लोग इसके बारे में सोच सकते हैं जो बहुत फाइन मसल्स बना रहे हैं। बॉडी बिल्डिंग कंप्टीशन की तैयारी करने वाले कटिंग के दौरान इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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3 comments

  1. BHUPENDAR YADAV

    SIR.bcaa kitne month tak lena chahiye AUR KITAN GRAM

    • 3 महीने यूज करने के बाद 20 दिन का गैप दे देना। डोज बॉडी के साइज के हिसाब से अलग अलग होती है। जिस लेख पर आपने कमेंट किया है उसमें मैंने डोज लिखी हुई है।

  2. Very helpful article sir. kaafi achhi jaankari mili. waise is supplement ko lene ki itni khaas jarurat nahi hai.

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