तंबाकू से जुड़ी बीमारियां पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गई हैं। एक अनुमान के मुताबिक, हर छह सकेंड में एक शख्स की मौत तंबाकू से जुड़ी बीमारी के चलते होती है। इस हिसाब से देखें तो यह एक साल में 60 लाख लोगों को चबा जाता है। अगर इस रोका न गया तो सन 2030 तक हर साल 80 लाख लोग इसकी वजह से मरेंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने अपनी रिपोर्ट, ग्लोबल टोबैको एपिडेमिक 2015 में ऐसे कई तथ्यों का खुलासा किया है, जो भारी चिंता में डालते हैं, तभी तो संगठन ने इसे महामारी का नाम दिया है।
डब्लूएचओ का कहना है कि कई देशों ने सिगरेट और तंबाकू पर वाजिब टैक्स नहीं लगाया है। इसके चलते यहां इनका सेवन बढ़ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक वैसे तो 33 देशों ने सिगरेट पर इतना टैक्स लगाया है कि पैकेट जितने में बिकता है उसमें 75 फीसदी टैक्स होता है, मगर कुछ देशों ने काफी कम टैक्स लगाया है और कुछ ने तो कोई स्पेशल टैक्स लगाया ही नहीं। डब्लूएचओ के डिपार्टमेंट फॉर द प्रिवेंशन ऑफ नॉन कम्यूनिकेबल डिज़िज़ के डायरेक्टर डॉक्टर डगलस बैचर ने बताया कि चीन और जापान इस बात का सबूत देते हैं कि भारी टैक्स लगाने का असर कुल मिलाकर यह पड़ता है कि धूम्रपान करने की वजह से होने वाला नुकसान कम हो जाता है।
स्रोत डब्लूएचओ