यूरोपियन फूड सेफ्टी अथॉरिटी (ईएफएसए) ने आखिरकार इस बात की पुष्टि कर दी है कि ऊंचे तापमान पर आलू चिप्स, बार्बेक्यू मीट और ऐसी ही कई चीजों को पकाने के दौरान ‘एक्रिलेमाइड’ पैदा हो जाता है। ‘एक्रिलेमाइड’ एक तरह का कैमिकल है जिससे कैंसर का खतरा पैदा होता है। ईएफएसए के मुताबिक, इससे सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों को है। इस तत्व को शॉट फॉर्म में एए कहते हैं। ईएफएसए द्वारा किए गए अध्ययन के मुताबिक, ऊंचे तापमान (120 डिग्री सेल्सियस व उससे अधिक) पर पकाए या तले गए कार्बोहाइड्रेड वाले भोजन जैसे फ्रेंच फ्राई, आलू चिप्स, ब्रेड, बिस्कुट और कॉफी में एए बन जाता है। यह सिगरेट के धुएं में भी पाया जाता है।
आपको बता दें कि ब्रिटेन की फूड स्टैंडर्ड एजेंसी ने काफी अर्सा पहले लोगों को चेतावनी दी थी कि चिप्स को हल्का सुनहरा होने तक ही पकाएं और टोस्ट को भी इतना न पकाएं कि उनका रंग ज्यादा गहरा हो जाए।
यूरोपियन फूड सेफ्टी अथॉरिटी का अध्ययन कहता है कि जानवरों पर किए गए टेस्ट से यह बात साबित हो गई है कि एए डीएनए को खराब करता है और कैंसर का कारण बनता है।
आप क्या कर सकते हैं
जंक फूड अच्छी चीज नहीं होती ये तो हम सब जानते हैं। कैंसर की बात छोड़ दें तो भी इनके चलते हमारे बच्चे मोटापे सहित कई तरह की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। यही वजह है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में स्कूलों के आसपास इनकी बिक्री पर रोक लगाने का निर्देश दिया था। आप भी यह तय करें कि बच्चे चिप्स और ऊंचे तापमान पर पकी अन्य चीजों के पीछे न भागें।
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